मुहावरा (हिंदी व्याकरण)

मुहावरा (हिंदी व्याकरण)
मुहावरा एक ऐसा वाक्यांश होता है जिसके प्रयोग से अभिव्यक्ति कौशल में अभिवृद्धि होती है। प्रायः मुहावरे के अंत में क्रिया का सामान्य रूप प्रयुक्त होता है। जैसे –

(i) नाकों चने चबाना।

(ii) दाँतों तले अंगुली दबाना।

अंतर:
लोकोक्ति का अपर नाम ‘कहावत’ भी है। लोकोक्ति जहाँ अपने आप में पूर्ण होती है और प्रायः प्रयोग में एक वाक्य के रूप में ही प्रयुक्त होती है, जबकि मुहावरा वाक्यांश मात्र होता है। लोकोक्ति का रूप प्रायः एक सा ही रहता है, जब कि मुहावरे के स्वरूप में लिंग, वचन एवं काल के अनुसार परिवर्तन अपेक्षित होता है।

मुहावरे
1.अपना उल्लू सीधा करना – स्वार्थ सिद्ध करना

2.अपनी खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना

3.अपने मुँह मियां मिट्ठू बनना – अपनी प्रशंसा स्वयं करना

4.अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना – स्वयं को हॉनि पहुँचाना

5.अपने पैरों पर खड़े होना – आत्म निर्भर होना

6.अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि भ्रष्ट होना

7.अक्ल के पीछे लट्ठ लेकर फिरना – मूर्खता प्रदर्शित करना

8.अँगूठा दिखाना – कोई वस्तु देने या काम करने से इंकार करना

9.अँधे की लकड़ी होना – एक मात्र सहारा

10.अच्छे दिन आना – भाग्य खुलना

11.अंग-अंग फूले न समाना – बहुत खुशी होना

12.अंगारों पर पैर रखना – साहसपूर्ण खतरे में उतरना

13.आँख का तारा होना – बहुत प्यारा

14.आँखें बिछाना – अत्यन्त प्रेम पूर्वक स्वागत करना

15.आँखें खुलना – वास्तविकता का बोध होना

16.आँखों से गिरना – आदर कम होना

17.आँखों में धूल झोंकना – धोखा देना

18.आँख दिखाना – क्रोध करना/डराना

19.आटे दाल का भाव मालूम होना – बड़ी कठिनाई में पड़ना

20.आग बबूला होना – बहुत गुस्सा होना

21.आग से खेलना – जानबूझ कर मुसीबत मोल लेना

22.आग में घी डालना – क्रोध भड़काना

23.आँच न आने देना – हानि या कष्ट न होने देना

24.आड़े हाथों लेना – खरी-खरी सुनाना

25.आनाकानी करना – टालमटोल करना

26.आँचल पसारना – याचना करना

27.आस्तीन का साँप होना। – कपटी मित्र

28.आकाश के तारे तोड़ना। – असंभव कार्य करना

29.आसमान से बातें करना – बहुत ऊँचा होना

30.आकाश सिर पर उठाना – बहुत शोर करना

31.आकाश पाताल एक करना – कठिन प्रयत्न करना

32.आँख का काँटा होना – बुरा लगना

33.आँसू पीकर रह जाना – भीतर ही भीतर दुःखी होना

34.आठ-आठ आँसू गिराना – पश्चाताप करना

35.इधर-उधर की हाँकना – बेमतलब की बातें करना

36.इति श्री होना – समाप्त होना

37.इस हाथ लेना उस हाथ देना – हिसाब-किताब साफ करना

38.ईद का चाँद होना – बहुत दिनों बाद दिखाई देना

39.ईंट से ईंट बजाना – नष्ट कर देना

40.ईंट का जवाब पत्थर से देना – कड़ाई से पेश आना

41.आँसू पोंछना – सान्त्वना देना

42.आँखें तरेरना – क्रोध से देखना

43.आकाश टूट पड़ना – अचानक विपत्ति आना

44.आग लगने पर कुआँ खोदना – ऐन मौके पर उपाय करना

45.उंगली उठाना – निन्दा करना/लॉछन लगाना

46.उन्नीस-बीस का फर्क होना – मामूली फर्क होना

47.उल्टी गंगा बहाना – प्रचलन के विपरीत कार्य करना

48.उड़ती चिड़िया पहचानना – बहुत अनुभवी होना

49.उल्लू बनाना – मूर्ख बनाना

50.उँगली पर नचाना – वश में करना

51.उल्लू सीधा करना – अपना स्वार्थ देखना

52.एक और एक ग्यारह होना – एकता में शक्ति होना

53.एक लाठी से हाँकना – सबसे एक जैसा व्यवहार करना

54.एक आँख से देखना – समदृष्टि होना/भेदभाव न करना

55.एडी चोटी का जोर लगाना – बहुत कोशिश करना

56.एक ही थाली के चट्टे-बट्टे होना – एक प्रवृत्ति के होना

57.ओखली में सिर देना – जानबूझ कर विपत्ति में फँसना

58.ओढ़ लेना – जिम्मेदारी लेना

59.और का और होना – एकदम बदल जाना

60.औने-पौने बेचना – हानि उठाकर बेचना

61.औघट घाट चलना – सही रास्ते पर न चलना

62.कंचन बरसना – चारों ओर खूब धन मिलना

63.काट खाना – सूनेपन का अनुभव

64.किस्मत ठोकना – भाग्य को कोसना

65.कंठ का हार होना – प्रिय बनना

66.काम में हाथ डालना – काम शुरू करना

67.कूप मण्डूक होना – अल्पज्ञ होना

68.कुएँ में भाँग पड़ना – सब की बुद्धि मारी जाना

69.कन्नी काटना – आँख बचाकर खिसक जाना

70.कसौटी पर कसना – परीक्षण करना

71.कलेजा मुँह को आना – व्याकुल होना/बहुत परेशान होना

72.कलेजा ठण्डा होना – सन्तुष्ट होना

73.काम आना – युद्ध में मारा जाना

74.कान खाना – शोर करना/परेशान करना

75.कान भरना – चुगली करना

76.कान में तेल डालना – शिक्षा पर ध्यान न देना/अनसुना करना

77.कफन सिर पर बाँधना – लड़ने मरने को तैयार होना

78.किंकर्तव्य विमूढ़ होना – कोई निर्णय न कर पाना

79.कमर कसना – तैयार होना

80.कोल्हू का बैल होना – हर समय श्रम करने वाला

81.कलेजा टूक-टूक होना – दुःख पहुँचना

82.कान कतरना – बहुत चतुराई दिखाना

83.काम तमाम कर देना – मार देना

84.कीचड़ उछालना – कलंक लगाना/नीचा दिखाना

85.कंधे से कंधा मिलाकर चलना – साथ देना

86.कच्चा चिट्ठा खोलना – भेद खोलना

87.कोड़ी के मोल बिकना – बहुत सस्ता होना

88.कान का कच्चा होना – जल्दी बहकावे में आना

89.कान पर जूँ न रेंगना – कोई असर न होना

90.खून खौलना – गुस्सा आना

91.खून के घूँट पीना – गुस्सा मन में दबा लेना

92.खून पसीना एक करना – बहुत मेहनत करना

93.खाक छानना – भटकना/काफी खोज करना

94.खेत रहना – युद्ध में मारे जाना

95.खाक में मिलना – बर्बाद होना

96.खाक में मिलाना – बर्बाद करना

97.खून-सूखना – भयभीत होना

98.कठपुतली की तरह नाचना – किसी के वश में होना

99.कब्र में पाँव लटकना – मौत के करीब होना

100.कलम तोड़ना – अत्यधिक मर्मस्पर्शी रचना करना

101.कलेजा छलनी करना – ताने मारना/ व्यंग्य करना

102.कलेजा थामकर रह जाना – असह्य बात सहन कर रह जाना

103.कलेजे का टुकड़ा होना – अत्यन्त प्रिय/आत्मिक होना

104.कागज की नाव होना – क्षणभंगुर

105.कागजी घोड़े दौड़ाना – केवल कागजी कार्यवाही करना

106.कानों कान खबर न होना – किसी को पता न चलना

107.कुत्ते की मौत मरना – बुरी दशा में प्राणान्त होना

108.कमर टूटना – सहारा न रहना

109.कान भरना – किसी के विरूद्ध शिकायत करते रहना

110.किसी का घर जलाकर अपना हाथ सेकना – अपने छोटे से स्वार्थ के लिए दूसरों को हॉनि पहुँचाना

111.कटे पर नमक छिड़कना – दुःखी को और अधिक दुःखी करना

112.गुदड़ी का लाल होना – छुपारूस्तम/गरीब किन्तु गुणवान

113.गड़े मुर्दे उखाड़ना – बीती बातें छेड़ना

114.गले पड़ना – जबरन आश्रय लेना

115.गंगा नहाना – दायित्व से मुक्ति पाना

116.गिरगिट की तरह रंग बदलना – अवसरवादी होना/निश्चय बदलना

117.गुड़ गोबर होना – काम बिगड़ना

118.गुड़ गोबर करना – काम बिगाड़ना/ किया कराया नष्ट करना

119.गुलछरें उड़ाना – मौज उड़ाना

120.गाल बजाना – अपनी प्रशंसा करना

121.गागर में सागर भरना – थोड़े में बहुत कुछ कह देना

122.गाँठ में कुछ न होना – पैसा पास न होना

123.गला काटना – लोभ में पड़कर हे

124.गर्दन पर छुरी फेरना – अत्याचार करना

125.घाट–घाट का पानी पीना – स्थान-स्थान का अनुभव होना

126.घाव पर नमक छिड़कना – दुःखी को और दुःखी करना

127.घड़ों पानी पड़ना – बहुत लज्जित होना

128.घी के दीये जलाना – बहुत खुश होना/खुशियाँ मनाना

129.घर फूँक कर तमाशा देखना – अपना लुटाकर भी मौज करना/ अपने नुकसान पर प्रसन्न होना

130.घर सिर पर उठाना – बहुत शोर करना

131.घोड़े बेचकर सोना – निश्चिंत होना

132.घुटने टेक देना – हार मान लेना

133.चादर के बाहर पैर पसारना – आय से अधिक व्यय करना

134.चुंगल में फँसना – किसी के काब में होना

135.चोली दामन का साथ होना – घनिष्ट सम्बन्ध होना

136.चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना – घबरा जाना

137.चिकनी चुपड़ी बातें करना – चापलूसी करना/कपट व धोखा

138.चुल्लूभर पानी में डूब मरना – बहुत शर्मिन्दा होना

139.चिकना घड़ा होना – अत्यन्त बेशर्म

140.चूड़ियाँ पहनना – कायरता दिखाना

141.चकमा देना – धोखा देना

142.चौपट करना – पूर्णरूप से नष्ट करना

143.चारों खाने चित्त होना – बुरी तरह हारना

144.चैन की बंशी बजाना – आराम से रहना

145.चूना लगाना – धोखा देकर ठगना

146.चार चाँद लगाना – शोभा बढ़ाना

147.चम्पत होना – गायब होना

148.छठी का दूध याद आना – बड़ी मुसीबत में फंसना

149.छाती ठोकना – उत्साहित होना।

150.छप्पर फाड़कर देना – बिना परिश्रम देना

151.छाती पर मूँग दलना – बहुत परेशान करना

152.छोटे मुँह बड़ी बात करना – अपनी हैसियत से ज्यादा बात करना

153.छाती पर साँप लोटना – अत्यन्त ईष्र्या करना

154.छक्के छुड़ाना – पैर उखाड़ देना/बेहाल करना

155.छाती पर पत्थर रखना – हृदय कठोर करना

156.जले पर नमक छिड़कना – दुःखी का दुःख बढ़ाना

157.जान हथेली पर रखना – मरने की परवाह न करना

158.जमीन पर पैर न पड़ना –बहुत गर्व करना

159.जान में जान आना – धीरज बँधना/मुसीबत से छुटकारा पाना

160.जबानी जमा खर्च करना – गप्पें लड़ाना

161.जबान पर लगाम लगाना – बहुत कम बोलना

162.जहर का पूँट पीना – कड़वी बात सुनकर सहन कर लेना

163.जीती मक्खी निगलना – जानबूझ कर बेईमानी करना

164.जान पर खेलना – साहसपूर्ण कार्य करना

165.जूता चाटना – चापलूसी करना

166.जहर उगलना – कड़वी बात कहना

167.झख मारना – समय नष्ट करना

168.झगड़ा मोल लेना – विवाद में जानबूझ कर पड़ना

169.जी तोड़ कर काम करना – बहुत मेहनत करना

170.जी भर आना – दया उमड़ना/चित्त में दुःख होना

171.टोपी उछालना – अपमानित करना

172.टेढ़ी खीर होना – कठिन काम

173.टका सा जवाब देना –साफ इंकार करना

174.टेक निभाना –वचन पूरा करना

175.टट्टी की आड़ में शिकार खेलना – छिपकर षड्यंत्र रचना

176.टाट उलट देना – दिवाला निकाल देना

177.टाँग अड़ाना – व्यर्थ दखल देना

178.ठगा सा रह जाना – किंकर्तव्य विमूढ़ होना/ विस्मित रह जाना

179.ठकुर सुहाती बातें करना – चापलूसी करना

180.ठिकाने लगाना – नष्ट कर देना

181.डूबते को तिनके का सहारा देना – मुसीबत में थोड़ी सहायता भी लाभप्रद

182.डकार जाना – हड़प लेना/हजम कर जाना

183.डींग हाँकना – झूठी बड़ाई करना

184.डूब मरना – शर्म से झुक जाना

185.डेढ़ चावल की खिचड़ी पकाना – अपना मत अलग ही रखना

186.डंका बजना – प्रभाव होना

187.ढिंढोरा पीटना – प्रचार करना/सूचना देना

188.ढोल में पोल होना – थोथा या सारहीन

189.ढोल पीटना – अत्यधिक प्रचार करना

190.तलवे चाटना – खुशामद करना

191.तिल का ताड़ करना – छोटी सी बात को बहुत बढ़ा देना

192.तूती बोलना – खूब प्रभाव होना

193.तोते उड़ जाना – घबरा जाना

194.तेवर चढ़ाना – नाराज होना/त्यौंरी बदलना

195.तलवार के घाट उतारना – मार डालन

196.तिलांजलि देना – त्याग देना/छोड़ देना

197.तितर-बितर होना – अलग-अलग होना

198.तारे गिनना – बेचैनी में रात काटना

199.तीन तेरह करना – तितर-बितर करना

200.थूक कर चाटना – अपने वचन से मुकरना

201.थैली खोलना – जी खोलकर खर्च करना

202.थू-थू करना – घृणा प्रकट करना

203.दूध का दूध पानी का पानी करना – ठीक न्याय करना

204.दौड़ धूप करना – खूब प्रयत्न करना

205.दाँत खट्टे करना – परेशान करना/हरा देना

206.दाने-दाने को तरसना – बहुत गरीब होना

207.दाल में काला होना – छल/कपट होना/संदेहपूर्ण होना

208.दीया लेकर ढूँढ़ना – अच्छी तरह खोजना

209.दुम दबाकर भागना – डर कर भाग जाना

210.दाल गलना – काम बनना

211.दिन में तारे दिखाई देना – घबरा जाना

212.दाँतों तले उँगली दबाना – आश्चर्य चकित होना

213.दो-दो हाथ करना – द्वन्द्व युद्ध/अन्तिम निर्णय हेतु तैयार होना

214.दो टूक जवाब देना – स्पष्ट कहना

215.दिन-रात एक करना – खूब परिश्रम करना

216.द्रोपदी का चीर होना – अनन्त/अन्तहीन

217.दिमाग आसमान पर चढ़ना – अत्यधिक गर्व होना

218.दाँतकाटी रोटी होना – अत्यधिक स्नेह होना

219.दोनों हाथों में लड्डू होना – सर्वत्र लाभ ही लाभ होना

220.दूसरे के कंधे पर रखकर बंदूक चलाना – दूसरे को माध्यम बनाकर काम करना।

221.दिल छोटा करना – दुःखी होना, निराश होना

222.दिन फिरना – अच्छा समय आना

223.धूप में बाल सुखाना – अनुभव हीन होना

224.धाक जमाना – रोब जमाना/प्रभाव जमाना

225.धूल में मिलाना – नष्ट करना

226.धरती पर पाँव न पड़ना – फूला न समाना/अभिमानी होना

227.धूल फाँकना – दर-दर की ठोकरें खाना

228.धज्जियाँ उड़ाना – दुर्गति करना, कड़ा विरोध करना

229.बरस पड़ना – बहुत क्रोधित होकर उल्टी-सीधी सुनाना

230.नमक मिर्च लगाना – बात को आकर्षक बनाकर कहना

231.नानी याद आना – बड़ी कठिनाई में पड़ना घबरा जाना

232.निन्यानवे के फेर में पड़ना – धन इकट्ठा करने की चिन्ता में रहना

233.नाम कमाना – प्रसिद्ध होना

234.नौ दो ग्यारह होना – भाग जाना

235.नीला-पीला होना – क्रोध करना

236.नाक रगड़ना – दीनता प्रदर्शित करना, खुशामद करना

237.नाक में दम करना – बहुत परेशान करना

238.नाक भौं सिकोड़ना – घृणा करना

239.नाकों चने चबाना – खूब परेशान करना

240.नाक कटना – बदनामी होना

241.नुक्ताचीनी करना – दोष निकालना

242.नाक रख लेना – इज्जत बचाना

243.नाम निशान तक न बचना – पूर्ण रूप से नष्ट हो जाना

244.नचा देना – बहुत परेशान कर देना

245.नींव की ईंट होना – प्रमुख आधार होना

246.पानी मरना – किसी की तुलना में निकृष्ट ठहरना

247.पैर पटकना – खूब कोशिश करना

248.पगड़ी उछालना – बेइज्जत करना

249.पेट पालना – जीवन निर्वाह करना

250.पहाड़ टूट पड़ना – बहुत मुसीबत आना

251.पानी पीकर जात पूछना – काम करके फिर जानकारी लेना

252.पेट में दाढ़ी होना – लड़कपन में बहुत चतुर होना/ घाघ होना

253.पैरों तले से जमीन खिसकना – बहुत घबरा जाना, अचानक परेशानी आना

254.पापड़ बेलना – कड़ी मेहनत करना, विषम परिस्थितियों से गुजरना

255.प्राण हथेली पर रखना – जान देने के लिये तैयार रहना

256.पिंड छुड़ाना – पीछा छुड़ाना या बचना

257.पानी पानी होना – लज्जित होना

258.पेट में चूहे कूदना – तेज भूख लगना

259.पाँचों उँगलियाँ घी में होना =सब ओर से लाभ होना

260.पीठ ठोकना – शाबासी देना, हिम्मत बँधाना

261.फेंक फेंक कर कदम रखना – सावधानी पूर्वक कार्य करना

262.फूटी आँखों न सुहाना – बिल्कुल पसन्द न होना

263.फूला न समाना – अत्यधिक खुश होना

264.पट्टी पढ़ाना – बहका देना, उल्टी राय देना

265.पेट काटना – बहुत कंजूसी करना

266.पानीदार होना – इज्जतदार होना

267.पाँवों में बेड़ी पड़ जाना – बंधन में बंध जाना

268.बाँह पकड़ना – सहायता करना/सहारा देना।

269.बीड़ा उठाना – कठिन कार्य करने का उत्तरदायित्व लेना

270.बाल की खाल निकालना – नुक्ताचीनी करना

271.बात बनाना – बहाना करना

272.बाँसों उछलना – अत्यधिक प्रसन्न होना

273.बाल बाँका न होना – कुछ भी नुकसान न होना

274.बाज न आना – आदत न छोड़ना

275.बगलें झाँकना – इधर-उधर देखना/निरुत्तर होना/जवाब न दे सकना

276.बायें हाथ का खेल होना – सरल कार्य

277.बल्लियों उछलना – अत्यधिक प्रसन्न होना

278.बछिया का ताऊ होना – महामूर्ख

279.भौंह चढ़ाना – क्रुद्ध होना

280.भूत सवार होना – हठ पकड़ना/काम करने की धुन लगना

281.भीगी बिल्ली बनना – डरपोक होना

282.भाड़ झोंकना – तुच्छ कार्य करना/ व्यर्थ समय गुजारना

283.भरी थाली को लात मारना – जीविकोपार्जन के साधन ठुकरा देना

284.भैंस के आगे बीन बजाना – मूर्ख के समक्ष बुद्धिमानी की बातें करना व्यर्थ

285.बाल-बाल बचना – कुछ भी हानि न होना

286.बाछें खिल जाना – आश्चर्य जनक हर्ष

287.मन खट्टा होना – मन फिर जाना/जी उचाट होना

288.मन के लड्डू खाना – कोरी कल्पनाएँ करना

289.मुँह में पानी भर आना – इच्छा होना/जी ललचाना

290.मुँह में लगाम न लगाना – अनियंत्रित बातें करना

291.मुट्ठी गर्म करना – रिश्वत देना, लेना

292.मुँह की खाना – हार जाना/हार मानना

293.मक्खियाँ मारना – बेकार भटकना/बैठना

294.मक्खीचूस होना – बहुत कंजूस होना

295.मुँह पर हवाइयाँ उड़ना – चेहरा फक पड़ जाना

296.मन मसोस कर रह जाना – इच्छा को रोकना

297.मुँह काला करना – कलंकित होना

298.मुँह की खाना – बातों में हारना/अपमानित होना

299.मुँह तोड़ जवाब देना – कठोर शब्दों में कहना

300.मन मारना – उदास होना/इच्छाओं पर नियंत्रण

301.मुँह मोड़ना – ध्यान न देना

302.रंग में भंग होना – मजा किरकिरा होना/बाधा होना

303.राई का पहाड़ बनाना – बात को बढ़ा-चढ़ा देना

304.रंगा–सियार होना – ढोंगी/धोखेबाज

305.रोम-रोम खिल उठना – प्रसन्न होना

306.रौंगटे खड़े होना – डर से रोमांचित होना

307.रफूचक्कर होना – भाग जाना

308.रंग दिखाना/जमाना – प्रभाव जमाना

309.रंगे हाथों पकड़ना – अपराध करते हुए पकड़े जाना

310.लकीर का फकीर होना – परम्परावादी होना/ अंधानुकरण करना

311.लोहे के चने चबाना – बहुत कठिन कार्य करना/ संघर्ष करना

312.लाल-पीला होना – क्रोधित होना

313.लोहा मानना – बहादुरी स्वीकार करना

314.लहू का घूँट पीना – अपमान सहन करना

315.लोहा बजाना – शस्त्रों से युद्ध करना

316.लुटिया डूबो देना – काम बिगाड़ देना

317.लोहा लेना – युद्ध करना/मुकाबला करना

318.लोहू-पसीना एक करना – कठिन परिश्रम करना

319.लंबा हाथ मारना – धोखाधड़ी से पैसे बनाना

320.विष उगलना – किसी के खिलाफ बुरी बात कहना

321.शहद लगाकर चाटना – तुच्छ वस्तु को महत्त्व देना

322.शैतान के कान कतरना – बहुत चतुर होना

323.समझ पर पत्थर पड़ना – अक्ल मारी जाना

324.सिर धुनना – पछताना/चिन्ता करना

325.सिर हथेली पर रखना – मृत्यु की चिन्ता न करना

326.सिर उठाना – विद्रोह करना

327.सितारा चमकना – भाग्यशाली होना

328.सूरज को दीपक दिखाना – अत्यधिक प्रसिद्ध व्यक्ति का परिचय देना

329.सब्ज बाग दिखाना – लोभ देकर बहकाना/ लालच देकर धोखा देना

330.सिर पर कफन बाँधना – मरने को प्रस्तुत रहना

331.सिर से बला टालना – मुसीबत से पीछा छुड़ाना

332.सिर आँखों पर रखना – आदर सहित आज्ञा मानना

333.सोने की चिड़िया हाथ से निकलना – लाभपूर्ण वस्तु से वंचित रहना

334.सिक्का जमाना – प्रभाव डालना/प्रभुत्व स्थापित करना

335.सोने की चिड़िया होना – बहुत धनवान होना

336.साँप छछुन्दर की गति होना – दुविधा में पड़ना

337.सीधे मुँह बात तक न करना – बहुत इतराना

338.सोने में सुगन्ध होना – एक गुण में और गुण मिलना

339.सौ-सौ घड़े पानी पड़ना – अत्यन्त लज्जित होना

340.सिर-मूँडना – ठगना

341.हवा से बातें करना – बहुत तेज दौड़ना

342.हाथ धोकर पीछे पड़ना – बुरी तरह पीछे पड़ना

343.हाथ तंग होना – धन की कमी या दिक्कत होना

344.होम करते हाथ जलना – भलाई करने में नुकसान होना

345.होंठ चबाना – क्रोध प्रकट करना

346.हवाई किले बनाना – थोथी कल्पना करना

347.हवा हो जाना – भाग जाना

348.हाथ पाव मारना – प्रयत्न करना

349.हथियार डाल देना – हार मान लेना/आत्मसमर्पण करना

350.हाथ पर हाथ धर कर बैठना – निष्क्रिय बनना/ बेकार बैठे रहना

351.हवा के घोड़ों पर सवार होना – बहुत जल्दी में होना

352.हवा का रूख देखना – समय की गति पहचान कर काम करना

353.हाथ के तोते उड़ जाना – भौंचक्का रह जाना/होश गंवाना

354.हाथ खींचना – सहायता बंद करना

355.हाथ पांव फूलना – घबरा जाना/ विपत्ति में पड़ना

356.हाथ पैर मारना – मेहनत करना/प्रयत्न करना

357.हाथ साफ करना – ठगना/माल मारना

358.हुक्का पानी बंद करना – बिरादरी से बाहर करना

359.हथेली पर सरसों उगाना – जल्दबाजी करना

360.हाथ खींचना – साथ न देना/मदद बंद करना

361.हाथ धो बैठना – गंवा देना

362.हाथ पीले करना – विवाह करना

363.श्री गणेश करना – आरम्भ करना

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